कैमरे का सफर :

शुरुआत में कैमरे का आकार बहुत बड़ा था। समय के साथ साथ अनेक प्रकार के प्रयोग होते रहे और कैमरे का आकार छोटा होता गया। 
     
निकल चलते है कैमरे की यात्रा पर - 

कैमरे का सफर :

कैमरा ऑब्सक्यूरा (Camera Obscura) – कैमरे की शुरुआत कैमरा Obscura के रुप में हुई। इसका मतलब हुआ एक “अंधेरा कक्ष”। शुरुआत में किसी की फोटो लेने कि लिए एक कमरे का प्रयोग किया जाता था। इसमें एक छोटा सा छेद होता था।

कैमरे का सफर :

जिस object की इमेज प्राप्त करनी होती थी तो उस object से प्रकाश छेद से होते हुए दीवार की दूसरी ओर प्राप्त होता था। यहाँ प्रकाश का concept उसी प्रकार है, जिस प्रकार किसी object को देखने के लिए हम अपनी आँख का प्रयोग करते है। 

कैमरे का सफर :

वर्ष 1490 – लिओनार्डो दा विंची (Leonardo Da Vinci) ने images को ट्रेस करने का तरीका प्राप्त कर लिया था। 

18 वीं शताब्दी में शीशे का प्रयोग किये जाने लगा और तिरछी दिखायी दी जाने वाली तस्वीर सीधी ट्रेस की जाने लगी।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1826 – सर जोसेफ ने पहला पिन होल कैमरा बनाने में सफलता प्राप्त की। इसमें काँच की प्लेट को अम्ल से साफ करके सूर्य की रोशनी में रख दिया जाता था। इससे काँच की प्लेट पर एक नेगेटिव प्राप्त होती थी। इस प्रकिया को हेलियोग्राफ कहा गया। इस कैमरे की एक बडी़ कमी यह थी कि इसमें इमेज प्राप्त करने में लगभग 8 घंटे का समय लगता था।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1839 – लुइस डैगुरे ने एक डैगुरियोटाइप नामक प्रोसेस बनाया। इसके द्वारा प्रैक्टिकल तौर पर फोटोग्राफी की शुरुआत की गयी।
वर्ष 1840 – हैनरी फॉक्स ने कैलोटाइप्स नामक एक प्रोसेस बनाया। इसकी सहायता से एक image की बहुत सी कॉपियाँ बनायी जा सकती थी।वर्ष 1855 – काँच की प्लेट के स्थान पर साल 1855 में ड्राइ प्लेट्स का प्रयोग होने लगा।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1885 – जॉर्ज इस्टमैन (George Eastman) द्वारा पेपर फिल्म बनाने में सफलता हासिल की गयी।
वर्ष 1888 – कोडक (Kodak) नामक कम्पनी की शुरुआत की गयी। शायद आपने पहले कभी कोडक नाम अवश्य सुना होगा। इस कंपनी ने पेपर फिल्म पर काम शुरु किया। एक पेपर फिल्म के द्वारा लगभग 100 images ली जा सकती थी। इस पेपर फिल्म को हटाकर दूसरी फिल्म को भी लगाया जा सकता था।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1928 – TLR (Twin Lens Reflect) कैमरे का प्रयोग किये जाने लगा। इसमें दो लेंस का प्रयोग किया जाता था। एक लेंस के द्वारा view को find किया जाता था। दूसरे लेंस द्वारा फोटो को खींचा जाता था।

वर्ष 1948 – एडविन लैंड ने Instant camera बनाने में सफलाता हासिल की। इसके द्वारा फोटो को तुरंत प्राप्त किया जा सकता था।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1954 – जापानी कम्पनी द्वारा पहला SLR (Single Lens Reflex) कैमरा बनाया गया। SLR की खासियत यह थी कि इसमें दो लेंस के स्थान पर एक ही लेंस का प्रयोग होता है। एक ही लेंस के द्वारा view finder और फोटो खींचने दोनों काम किये जाते है। इसमें भी फोटो की स्टोरेज के लिए फिल्म का प्रयोग किया जाता था।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1975 – कोडक कंपनी के इंजीनियर स्टीवन सैसन (Steaven Sasson) ने 1975 में पहला डिजिटल कैमरा बनाया। इसके लिए पेपर फिल्म का उपयोग नही किया जाता था। इस कैमरे द्वारा खींची गयी images कैसेट्स में save की जाती थी। जिसे बाद में टी वी पर देख सकते थे।

कैमरे का सफर :

वर्ष 1989 – जापान की कंपनी द्वारा पहला DSLR (Digital single-lens reflex camera) कैमरा लॉन्च किया गया। इसमें Images को मेमोरी कार्ड में सेव किया जाने लगा। जिसके कारण इन्हें copy करना, delete करना आसान हो गया और समय की भी बचत होने लगी। DSLR के बाद से फोटोग्राफी में एक बड़ा परिवर्तन आया, जिसके कारण कैमरे का प्रयोग मोबाईल फोन में भी किया जाने लगा।

कैमरे का सफर :

जून 2000 – पहला कैमरा फोन – सैमसंग द्वारा पहला कैमरा सहित मोबाईल फोन लाया गया। लेकिन इस कैमरा में एक कमी यह थी कि इस मोबाईल फोन से फोटो तो खींची जा सकती थी लेकिन उस फोटो को देखने के लिए कम्प्यूटर से कनेक्ट करना आवश्यक था।

कैमरे का सफर :

नवंबर 2000 – जापानी कंपनी “शार्प” (SHARP) द्वारा J SH 04 मोबाईल फोन लॉन्च (launch) किया गया। इस फोन में सैमसंग की कमी को दूर किया गया। इस फोन द्वारा खींची गयी फोटो को इस फोन में देख पाना सम्भव हो पाया।
नवम्बर 2002 – पहला फ्लैश कैमरा फोन – जापान कंपनी “सान्यो” (SANYO) द्वारा SHP 5300 मोबाईल फोन लॉन्च किया गया। यह पहला फोन था जिसमें कैमरा फ्लैश का फीचर्स लाया गया था।

कैमरे का सफर :

वर्ष 2003 – सोनी कम्पनी द्वारा 2003 में  Sony Ericsson Z1010 मोबाईल फोन को released किया गया था। जिसमें  front camera का feature भी सामने आया।
वर्ष 2011 – पहला डुअल कैमरा फोन – फरवरी 2011 में LG द्वारा पहला dual camera phone OPTIMUS 3D announce किया गया और जून 2011 में HTC द्वारा पहला dual कैमरा फोन EVO 3D लॉन्च किया गया।

कैमरे का सफर :

वर्ष 2015 – पहला डुअल फ्रंट कैमरा फोन – 2015 में बर्लिन में एक समारोह के दौरान लेनोवा द्वारा LENOVA VIBE S1 पेश किया गाया था। यह first dual front camera phone था।

 फोटोग्राफी में बेहतरीन करियर 

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