Theory of Blank Space in hindi। आप किस खाली स्थान को भरने वाले है…….

Theory of Blank Space in hindi

theory of blank space in hidni

दोस्तों आप सभी को मैं पहले ही बता देना चाहता हूँ कि यह पोस्ट किसी वैज्ञानिक की theory के बारे में नहीं है। ये कोई काल्पनिक कहानी नहीं है। यह स्वयं को देखने के नजरिये के बारे में है। यह theory आपके बारे में है………….

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है सन इन डीप अर्थात संदीप। दोस्तों besthindilink.com में आपका बहुत-बहुत स्वागत है……….

तो चलिए शुरुआत इधर से

प्रकृति जिसे खालीपन बिल्कुल भी पसंद नहीं है। यह हर जगह को भरा हुआ रखना चाहती है। हम कह सकते है कि हरा-भरा। लेकिन जब भी हम मनुष्य प्रकृति के बीच बाधा बनते है तो प्रकृति इसका रास्ता स्वयं ही निकाल लेती है।

मैं आपको विज्ञान के किसी नियम को तो नहीं बताने वाला था लेकिन एक concept जो कि मुझे याद आ रहा है वो मैं जरुर बताना चाहूंगा जिसका reference लेकर आप इस थ्योरी को अच्छे से समझ पायेंगे।

जब भी इलेक्ट्रॉनिक्स की बात होती है, तो बात होती है सेमीकंडक्टर डिवाइसिस की। मैं आपको यह बात संक्षेप में और आसानी से बताने का पूरा प्रयास करूँगा। हम यहाँ पर एक सेमीकंडक्टर “ सामान्य डायोड” का उदाहरण लेते है।

यदि हमें डायोड का प्रयोग करते हुए किसी इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट में धारा (current) प्रवाहित करनी है तो उस धारा के लिए जो जिम्मेदार होते है, वो है उस डायोड के अंदर उपस्थित इलेक्ट्रॉन्स और होल्स। कहने का मतलब यह है कि जब तक डायोड में इलेक्ट्रॉन एक स्थान से दूसरे स्थान पर गति करते रहते है तो तब तक धारा प्रवाहित होती रहती है। लेकिन यहाँ पर फिर होल्स का क्या काम है।

यहाँ जो ये होल्स है वो है खाली स्थान ( blank space)। ये होल्स उन इलेक्ट्रॉनों को अपनी ओर आकर्षित करते है। इसके बाद ये इलेक्ट्रॉन, उस होल्स पर जाकर उन खाली स्थानों को भर देते है।

मान लीजिए कोइ एक इलेक्ट्रॉन (A) किसी एक होल (B) द्वारा आकर्षित होता है और उस होल(B) पर पहुँचकर उस खाली स्थान को भर देता है। जिस स्थान से इलेक्ट्रॉन(A) ने चलना शुरु किया था तो अब वहाँ पर अपने आप ही एक होल (C) बन जाता है क्यों कि अब इलेक्ट्रॉन(A) उस खाली स्थान को छोड़ चुका है। तब उस खाली स्थान(C) को भरने के लिए एक अन्य इलेक्ट्रॉन(D) आता है। और फिर से एक खाली स्थान create हो जाता है। इस प्रकार से यह process चलता रहता है।

ये तो थी डायोड की कहानी। लेकिन दोस्तों अगर आप गौर से देखेंगे तो आप पायेंगे कि ऐसा ही कुछ हमारे जीवन के साथ भी होता है। आज आप अपने जीवन में कैसा महसूस कर रहे है। आज आप कितने खुश है। आज आप कितने दु:खी है। आप आने वाले समय में स्वयं को कहाँ देखना चाहते है। आप स्वयं के लिए कैसा जीवन चाहते है। लेकिन आप धीरे-धीरे आखिर क्या बनते जा रहे है???

यदि इन सभी सवालों को आप स्वयं से पूछ रहे है और इनके जबाब आपने स्वयं को दे दिए है तो यकीनन आप एक सही रास्ते पर है। लेकिन आपने अभी तक शुरु ही नहीं किया है तो आप जानते ही है कि प्रकृति को खालीपन पसंद नहीं है।

यदि आज की तारीख में आप स्वयं अपने लिए कोई रास्ता नहीं चुनते है। स्वयं के कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं करते है। स्वयं को एक नयी पहचान बनाने की ओर कदम नहीं बढ़ाते है। तो….. आप मानें या मानें आप किसी खाली स्थान को तो जरुर भरेंगे। अब वो खाली स्थान शायद ही आपकी मंजिल हो सकती है या आपकी ………।

अब इस बारे में क्या कहूँ। इस खाली स्थान को आप अपने अनुसार ही भर लें।

लोग आते रहेंगे और जाते रहेंगे और चाहते या ना चाहते हुए भी आप इसका हिस्सा बनते ही जाएँगे। आप अपने चारों ओर के वातावरण में यह सब आसानी से देख ही पा रहे होंगे। मैं समझ सकता हूँ कि आप बहुत सी परेशानियों से घिरे हुए है और हर दिन एक नयी चुनौती आपके सामने आने के लिए तैयार रहती है। लेकिन एक बात जो कि आपको हमेशा याद रखनी है वो है कि एक निर्णय हमेशा आपके पास रहता है और वो है कि आप किस खाली स्थान (Blank Space) को भरना चाहते है।

उस डायोड की तरह इस संसार में भी बहुत से होल्स है और हम सभी वो इलेक्ट्रॉन है जो कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर गति कर रहे है। डायोड में उपस्थित उन इलेक्ट्रॉनों के पास तो यह अधिकार नहीं है कि वो किस होल में जाकर अपना जीवन समाप्त करेंगे लेकिन आपके पास यह अधिकार अवश्य है की आप अपने लिए किस खाली स्थान को चुनते है।

इस संसार में इंसान रुपी इलेक्ट्रॉन और हमारे लिए अवसर रुपी होल्स की संख्या निश्चित है। जब भी इसमें किसी भी तरह का असंतुलन होगा तो प्रकृति स्वयं ही उससे deal कर लेगी। यह बिल्कुल सत्य है कि हर समय कोई न कोई खाली स्थान बनता रहेगा और मिटता रहेगा।

जब भी हम स्वयं अपने लिए कोई निर्णय नहीं लेते है तो किसी और का निर्णय आपके लिए एक खाली स्थान को भर देता है। हो सकता है कि किसी और के द्वारा आपके लिए लिया गया निर्णय आपकी भलाई की दॄष्टि से हो लेकिन क्या अकसर ऐसा होता है…….

यदि आपकी life का कोई छोटा डिसीजन है तो बात को किसी हद तक समझा जा सकता है। यदि वो डिसीजन आपके जीवन के लिए बहुत ही मायने रखता है तो आप इस बात को अवश्य याद रखिए कि आप किस स्थान को भरने वाले है।

ये आपके उन सभी सवालों के जबाब होंगे कि आखिर आप स्वयं को कहाँ देखना चाहते है। आप किस दिशा में कदम बढ़ाना चाहते है। खाली स्थान हमेशा ही रहने वाले है और उन्हें भरने वाले भी। अब ये निर्णय पूरी तरह से आपके हाथ में है कि आप किस खाली स्थान को भरने वाले है।

यहाँ आप यह भी कह सकते है कि आप अपने लिए एक नया खाली स्थान को Create कर लेंगे। हर हाल में आप अपने लिए जो भी कह रहें होंगे वो आपके लिए आपकी दॄष्टि में सही ही होगा। लेकिन आप को इस बात को समझना होगा कि वहाँ पर पहले से ही कोई खाली स्थान था जिसे आपने भरा है। लेकिन एक अधिकार आपके पास जरुर रहेगा वो होगा उस खाली स्थान को आप कितने creative तरीके से भर पा रहे है।

मैं उम्मीद करता हूँ आप इस Theroy को अच्छे से समझ पाये होंगे। मैं इस आर्टिकल को इसी इच्छा के साथ पूरा करता हूँ कि आप अपने जीवन में जिस भी खाली स्थान को भरना चाहते है आप उस दिशा में मेहनत करें और उसमें सफल हों।

धन्यवाद्…  

आज भी आपका है, आने वाला कल भी आपका होगा

और चुनाव भी आप ही का…..

Without growth

                    life is meaningless………

मैं जानता हूँ आपको पता है मैं तो केवल याद दिला रहा हूँ।

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हम समय-समय पर theory of blank space in hindi के इस लेख को और भी बेहतर रुप में आपके सामने लाने का प्रयास करते रहेंगे।

पूछ-ताछ 

वैसे  क्या आप Theory of blank space से सहमत है?

अगर आज के दिन में आपके लिए एसा कुछ भी रहा है खास,

जो आपके लिए रहने वाला है यादगार।

तो आप भी share कर सकते है, हमारे साथ अपने विचार।

Theory of Blank Space in hindi पर आधारित यह पोस्ट आपको कैसी लगी। आप अपनी बातें comments के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते है।

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तब तक के लिए –

Feel every moment,

 live every moment,

  Win every moment…

   Kyu ki ye pal phir nahi milne wala………

  –   Sun in Deep

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