5 January Today history events
हर दिन में कुछ खास है, हर दिन का अपना अंदाज है। हर दिन कहता एक अलग इतिहास है।
आज है, 5 जनवरी। इस पोस्ट मॆं हम जानेंगे इतिहास में हुई 5 जनवरी से सम्बन्धित विशेष घटनाओं के विषय में कुछ अलग अंदाज में।
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है सन इन डीप अर्थात संदीप। दोस्तों besthindilink.com में आपका बहुत-बहुत स्वागत है……….
तो चलिए शुरुआत ईधर से –
1905 –
चार्ल्स पेरीन ने बृहस्पति ग्रह के सातवें अनियमित उपग्रह “इलारा” के खोज की घोषणा की।
एक नजर –
- चार्ल्स पेरीन (Charles Perrine) – चार्ल्स पेरिन कैलिफोर्निया के लिक वेधशाला में एक अमेरिकी खगोलशास्त्री (1893-1909) थे। 1897 में उन्हें Paris Academy of Sciences द्वारा लालन्दे पुरस्कार (Lalande Prize) और स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त चार्ल्स पेरिन 1904 में बृहस्पति के छठवें (6th) अनियमित उपग्रह हिमालीया (Himalia) की भी खोज कर चुके थे।
- वेधशाला (observatory) – वह भवन जहाँ से वैज्ञानिक तारों, मौसम आदि का प्रेक्षण-निरीक्षण करते हैं।
- बृहस्पति ग्रह (Jupiter) – यह सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है। इसका द्रव्यमान सूर्य के हजारवें भाग के बराबर है।
- इलारा (Elara) – यह बृहस्पति का आठवां सबसे बड़ा उपग्रह (चंद्रमा) है। 1975 तक इलारा को अपना वर्तमान नाम नहीं मिला था। इससे पहले यह केवल बृहस्पति VII के रूप में जाना जाता था। यह हिमालीया (Himalia) उपग्रह के आकार का आधा है।
1971 –
पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला गया था।
एक नजर –
- यह मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) में खेला गया था। यह मैच प्रति टीम 40 ओवर के खेलने का निर्णय लिया गया था। यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से जीत लिया था।
2014 –
- इसरो द्वारा भारतीय संचार उपग्रह जीसैट-14 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया गया।
एक नजर –
- इसरो (ISRO) – इसरो, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) का संक्षिप्त रुप है। इसका मुख्यालय बंगलौर में है। इसकी स्थापना 15 अगस्त 1969 में की गयी थी। भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट था। आर्यभट्ट को 19 अप्रैल 1975 में सोवियत संघ द्वारा अंतरिक्ष में छोड़ा गया था।
- जीसैट –14 – इसे “सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र” से लांच किया गया था। इस लांच के लिए प्रयोग किया जाने वाल रॉकेट जीएसएलवी एमके.II (Geosynchronous Satellite Launch Vehicle Mk.II) था। इस मिशन को पूरा करने के लिए 12 वर्ष की अवधि तय की गयी थी। जीसैट -14 में भारत में निर्मित क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया था।
अगर आज के दिन में आपके लिए एसा कुछ भी रहा है खास,
जो आपके लिए रहने वाला है यादगार।
तो आप भी share कर सकते है, हमारे साथ अपने विचार।
यहाँ मेरा प्रयास यह किया गया है कि आज के दिन इतिहास में हुई घटना को केवल याद ही नहीं रखना है बल्कि इस दिन के बहाने कुछ अन्य पाइंट्स को भी कनेक्ट करना है।
5 January – Important history events पर आधारित यह पोस्ट आपको कैसी लगी। आप अपनी बातें comments के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते है।
हिन्दी का सम्मान करें, हिन्दी बोलने में गर्व महसूस करें।
तब तक के लिए –
Feel every moment,
live every moment,
Win every moment…
Kyu ki ye pal phir nahi milne wala………
— Sun in Deep