International Literacy Day in hindi
साक्षरता – साक्षरता को सामान्य शब्दों में परिभाषित किया जाये तो –
वह व्यकित जो पढ़ने-लिखने योग्य हो, साक्षर (Literate) कहलाता है। व्यकित की यह योग्यता साक्षरता (Literacy) कहलाती है।
पूछ-ताछ आपके विचार में साक्षरता की सही परिभाषा क्या है? |
हर दिन में कुछ खास है, हर दिन का अपना अंदाज है। हर दिन कहता एक अलग इतिहास है।
आज है, 8 सितम्बर यानि कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy day)। इस दिन के बहाने मैं करूँगा कुछ और पॉइंट्स को कनेक्ट।
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है सन इन डीप अर्थात संदीप। दोस्तों besthindilink.com में आपका बहुत-बहुत स्वागत है……….
तो चलिए शुरुआत इधर से —–
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस दिवस कब मनाते है : (when we celebrate International Literacy day) :
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस प्रत्येक वर्ष 8 सितम्बर को मनाया जाता है।
यह दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई : (starting point ) :
यूनेस्को (UNESCO) द्वारा यह घोषणा की गयी कि 8 सितम्बर 1967 से प्रत्येक वर्ष यह दिवस मनाया जायेगा। इस प्रकार पहली बार यह दिवस वर्ष 1967 में मनाया गया था।
Point : यूनेस्को (UNESCO) UNESCO की फुल फार्म “United Nations Educational Scientific and Cultural Organization” है। अगर हिन्दी में कहे तो इसका मतलब हुआ “संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन”। UNESCO, संयुक्त राष्ट्र का एक भाग है। इसका कार्य शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति, संचार आदि माध्यम से अंतराष्ट्रीय शन्ति को बनाये रखना है। इसकी स्थापना 16 नवम्बर 1945 को हुयी थी। इसका मुख्यालय फ्रांस के पेरिस शहर में स्थित है। वर्तमान समय में यूनेस्को के अंतर्गत 193 सदस्य देश (Member state), 11 सहयोगी देश (Member State) और कुछ अन्य सदस्य भी है। |
विश्व साक्षरता दिवस मनाने का उद्देश्य :
विश्व साक्षरता दिवस मनाने का उद्देश्य व्यक्ति को शिक्षा के प्रति जागरुक करना है। भारत की साक्षरता दर अन्य देशों के मुकाबले काफी कम है। यदि हमारे पास पढ़ने लिखने की योग्यता नहीं होगी तो हमारा विकास का क्रम रुक जायेगा। इस तेजी से बदलती दुनिया में हम कहीं खो से जायेगे। हमें हर दिन अपने स्किल्स को बढ़ाने और उन्हें बेहतर करने की जरुरत है।
भारत में साक्षरता का स्तर :
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में साक्षरता की दर लगभग 77.7% है। शहरी क्षेत्र में यह दर 87.7% और ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 73.5% है।
केरल में साक्षर लोगों का आँकड़ा सबसे ऊपर है। यहाँ लगभग 96% लोग साक्षर है। सबसे कम साक्षरता दर बिहार की है, जो कि 64% है। भारत में स्त्रियों की साक्षरता, पुरुषों की तुलना में कम है।
अन्य देशों के मुकाबले भारत की साक्षरता की दर काफी कम है। लेकिन आजादी के समय से देखा जाये तो भारत की साक्षरता दर में उन्नति हुई है। आजादी से पहले भारत में लगभग 12% लोग ही साक्षर थे।
साक्षरता में कमी का कारण :
जब शिक्षा प्राप्त करना, पढ़ाई-लिखाई को जानना हमारा जरुरी पार्ट है तो हम इससे क्यों वंचित रह जाते है। इसके कुछ कारण निम्नलिखित है –
- शिक्षा के प्रति जागरुकता न होना। इसके महत्व को न समझना।
- लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने योग्य न समझना।
- लड़कियों की असुरक्षा का डर।
- ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों का अधिक दूरी पर होना।
- स्कूलों में उचित व्यवस्थाओ का न होना।
- वर्तमान समय में महंगी शिक्षा प्रणाली।
विश्व साक्षरता दिवस से सम्बंधित थीम :
समय-समय पर साक्षरता दिवस से सम्बन्धित अनेक प्रकार की थीम चलायी जाती है। जिनमें से कुछ इस प्रकार है –
- साक्षरता और शान्ति
- साक्षरता और स्वास्थय
- साक्षरता सतत विकास
- साक्षरता और सशक्तिकरण
- अतीत को पढ़ना और भविष्य को लिखना
- डिजिटल दुनिया में साक्षरता
- साक्षरता और कौशल विकास
वर्ष 2020 की थीम यह थी “साक्षरता शिक्षण और कोविड -19: संकट और उसके बाद”।
इस वर्ष 2021 की थीम है “मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए साक्षरता: डिजिटल विभाजन को कम करना”/ “Literacy for a human-centred recovery: Narrowing the digital divide”.
साक्षरता का स्तर ( level of literacy) :
साक्षरता केवल पढ़ने-लिखने तक ही सीमित नहीं है। इसके भी अपने अपने लेवल है। यह आपको जानना होगा कि आप किस लेवल पर है। सामान्य शब्दों में कहूँ तो मेरा मतलब स्किल्स से है। इन स्किल्स को आप कहाँ तक प्राप्त कर सकते है, इसकी कोई सीमा नहीं है।
मान लीजिए आपके सामने कोई न्यूज पेपर है, जो कि जापानीज में लिखा हुआ है। तो उस न्यूज पेपर को पढ़ने के लिए आपकी साक्षरता का स्तर क्या होगा? अगर आप कहें कि किसी टूल का प्रयोग करके भी आप यह पेपर पढ़ पायेंगे, तो क्या यह भी आपकी साक्षरता का एक अन्य स्तर नहीं है।
अक्सर हम सुनते होंगे कि बच्चों द्वारा माता-पिता को घर से बाहर निकाल दिया गया। उनके साथ गलत व्यवहार की घटनाये आती ही रहती है। वे बच्चे स्कूली तौर पर बहुत ही अधिक साक्षर होते है, लेकिन इस संस्कार और नैतिकता रुपी साक्षरता के लिए आप इन्हें कितने नम्बर देना चाहेंगे।
हमारी साक्षरता देश का विकास :
यकीनन हम इस योग्य अवश्य होने चाहिए कि कहीं पर कोई जानकारी हो तो उसे पढ़ सकें, लिख सकें, समझ सकें। यह हमारी योग्यता को बढ़ाता है। हमारी यह योग्यता हमारे देश को इंगित करती है। हमारा प्रयास हमेशा यही रहना चाहिए कि हम अपने देश को उन्नति की दिशा में अग्रसर बनाये रखें।
आज का रोचक तथ्य –
क्या आप जानते है कि –
पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है, जिसका नाम किसी देवता के नाम पर नहीं रखा गया।
अगर आज के दिन में आपके लिए एसा कुछ भी रहा है खास,
जो आपके लिए रहने वाला है यादगार।
तो आप भी share कर सकते है, हमारे साथ अपने विचार।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy day in hindi) पर आधारित यह पोस्ट आपको कैसी लगी। आप अपनी बातें comments के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते है।
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तब तक के लिए –
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Win every moment……
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Happy Teacher’s day – 5 September